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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय एवं बेस्टन सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया के बीच शैक्षिक समझौता हुआ

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फ्यूचर लाइन टाइम्स गौतम बुद्ध नगर प्रो रविंद्र कुमार सिन्हा, कुलपति ने घोषणा की है कि जैव प्रौद्योगिकी, पर्यावरण विज्ञान और के क्षेत्र में सहयोग के व्यापक स्पेक्ट्रम में शामिल होने के लिए गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय और वेस्टर्न सिडनी सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया के बीच आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौतेके अन्तर्गत अनुसंधान और शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से तथा अन्य इंटरडिसिप्लिनरी विषयों के साथ एक-कोशिकीय और बहु- कोशिकीय जीवन रूपों, रोग निदान, कैंसर जीव विज्ञान, जीनोमिक्स और जीनोम इंजीनियरिंग, फसल सुधार, ऊतक संस्कृति, संरचना-आधारित डिजाइन, दवा जैसे आपसी हित के विषय शामिल होंगे। साथ ही डायग्नोस्टिक्स और औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए एंजाइमों और प्रोटीनों की त्रि-आयामी संरचना निर्धारण, और एंजाइमों का उत्पादन जो जैव प्रौद्योगिकी में आकर्षक अनुसंधान अवसर प्रदान करता है प्रो डेबोरा स्वीनी, डिप्टी वाइस चांसलर, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी ने कहा है कि वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया एक विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी है जिसकी अंतरराष्ट्रीय पहुंच है और शैक्षणिक उत्कृष्टता और प्रभाव-संचालित एंटीबायोटिक दवाओं के विकास अनुसंधान के लिए प्रतिष्ठ है उपन्यास

जीबीयू तथा वेस्टर्न सिडनी के बीच हुआ शैक्षणिक करार

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ग्रेटर नोएडा । जैव प्रौद्योगिकी, पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग के व्यापक स्पेक्ट्रम में शामिल होने के लिए गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) और वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया के बीच एक समझौता हुआ है। समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी और सिडनी यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए इस समझौते के अन्तर्गत अनुसंधान और शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से तथा अन्य इंटरडिसिप्लिनरी विषयों के साथ एक कोशिकीय और बहु- कोशिकीय जीवन रूपों, रोग निदान, कैंसर जीव विज्ञान, जीनोमिक्स और जीनोम इंजीनियरिंग, फसल सुधार, ऊतक संस्कृति, संरचना- आधारित दवा डिजाइन, उपन्यास एंटीबायोटिक दवाओं के विकास जैसे आपसी हित के विषय शामिल होंगे। साथ ही डायग्नोस्टिक्स और औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए एंजाइमों और प्रोटीनों की त्रि- आयामी संरचना निर्धारण, और एंजाइमों का उत्पादन जो जैव प्रौद्योगिकी में आकर्षक अनुसंधान अवसर प्रदान करता है ।

सभी को बिना भेदभाव मिल रहीं सुविधाएं

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जीबीयू में विद्यार्थियों को टेबलेट और स्मार्ट फोन वितरण के मौके पर बोले नंदी ग्रेटर नोएडा। स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना में मंगलवार को छात्र- - D& गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में 650 छात्राओं को यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरित किए। बतौर मुख्य अतिथि मंत्री नंदी ने कहा कि इस योजना के सभी टेबलेट और स्मार्टफोन पर विद्यार्थी का नाम लिखा गया है। ऐसे ही पारदर्शी तरीके से योगी सरकार में सभी जरूरतमंदों और पात्रों को अधिकार मिल रहा है। टेबलेट व स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में पहुंचे औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी। अमर उजाला कैबिनेट मंत्री ने कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान लोक कल्याण संकल्प- पत्र में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत पांच वर्ष में दो करोड़ स्मार्ट फोन और टेबलेट वितरण करने का संकल्प लिया था। वर्तमान वित्तीय वर्ष में चालीस लाख युवाओं को स्मार्ट फोन और टेबलेट बांटे जाने हैं। इनमें स्नातक, स्नातकोत्तर 478 टेबलेट और 172 स्मार्ट फोन होंगे वितरित कॉलेज में जीबीयू के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मनमोहन सिंह ने बताया कि कुल 650 छात्र छात्राओं को स्मार्ट फोन एवं टेबलेट वितरित किए जाएंगे। इनमें इनमें से 172 स्मार्ट फोन स्नातक के सामान्य पाठ्यक्रम में अध्ययन कर छात्रों और 478 टेबलेट बीटेक, एमटेक, एमए, एमएससी के छात्रों में वितरित किए जाएंगे। तकनीकी, डिप्लोमा, कौशल विकास, पैरा मेडिकल और नर्सिंग के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। जीबीयू के इंफ्रास्ट्रक्चर की भी कैबिनेट मंत्री ने तारीफ की। विवि के कुलपति प्रो. रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि इस योजना से युवाओं में उत्साह है। यहां कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी, प्रोफेसर मनमोहन सिंह, डॉ. शक्ति साही आदि मौजूद रहे। ब्यूरो

औद्योगिक विकासमंत्री नंदी ने जीबीयू में छात्रों को टैबलेट व स्मार्ट फोन किया वितरित

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ग्रेटर नोएडा, 14 मार्च (देशबन्धु) । गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने 650 छात्र- छात्राओं को स्मार्टफोन वितरित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत पांच वर्ष में दो करोड़ स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण करने के प्रस्ताव को बाई सर्कुलेशन मंजूरी दी । वर्तमान वित्तीय वर्ष में चालीस लाख युवाओं को स्मार्ट फोन और टैबलेट बांटे जाने हैं जो स्नातकोत्तर तकनीकी, डिप्लोमा, कौशल विकास, पैरा मेडिकल और नर्सिंग के विद्यार्थियों को स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित होने हैं। उन्होंने कहा कि जीबीयू उत्तर प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्रालय के अन्तर्गत एक उत्कृष्ट विश्वविद्यालय है इसके विकास में यह मंत्रालय सदैव अपना योगदान देगा। स्नातक, देशबन्धु Influencing Public Opinion Since 1959 15 Mar 2023 Page 5 जीबीयू के कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि स्मार्ट फोन और टैबलेट युवाओं के लिए बहुत ही लाभदायक योजना है जिससे युवाओं को काफी फायदा होगा। उन्होंने ने विशेषकर । गौतमबुद्ध विवि के 650 छात्र- छात्राओं को मिला लाभ कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ नाथ का विशेष आभार प्रकट किया, क्योंकि इस परियोजना के शुरुआत में जीबीयू को इस में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन जब इसकी जानकारी उन्हें हुई तो उन्होंने ने इसका संज्ञान अविलम्ब लिया और आज उन्हीं की विशेष प्रयास से जीबीयू के विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। कुलाधिपति के इस विशेष प्रयास के लिए पूरा विश्वविद्यालय परिवार उनका आभारी है। साथ ही इन्होंने मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने ने इस कार्यक्रम में अपनी अत्यंत व्यस्तता के बावजूद समय निकाल कर यहां आए और हमारे छात्र- Histma छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने स्मार्ट फोन और टैबलेट वितरित किए। कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना उत्तर प्रदेश सरकार की छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। 25 दिसम्बर 2021 को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में इस योजना का शुभारम्भ किया गया था। इन्ही टेबलेट और स्मार्टफोन पर लाभार्थियों को शैक्षिक व उनके करियर से सम्बन्धित समस्त जानकारी प्रदान की जाएगी। टैबलेट/स्मार्टफोन के लिए छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत बाहरी राज्यों के छात्र भी पात्र है अगर वो उत्तर प्रदेश के किसी शैक्षिक संस्थान में पढ़ रहे है इस योजना का लाभ उन्हें भी दिया जा रहा है।

कोरिया की डोंग्गुक यूनिवर्सिटी वाइज के साथ शैक्षिक शोध, छात्रों के शैक्षिक विकाश के लिए समझौता किया

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परियोजना पर सहयोगात्मक अनुसंधान कार्य करना, संगोष्ठी/सम्मेलन/ कार्यशाला/संगोष्ठी/वेबिनार / विचार-मंथन सत्र की भागीदारी एवं आयोजन, और दोनों पक्षों की आपसी समझ से कोई अन्य मामला, इत्यादि। इस समझौते पर अपनी प्रतिक्रिया के दौरान जीबीयू के कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि दोनो संस्थानों के बीच इस समझौते का मुख्य उद्देश्य संबंधित संस्थानों की शिक्षण और अनुसंधान गतिविधियों में रुचि को बढ़ावा देना है और उनके बीच सहयोग के शैक्षणिक, सांस्कृतिक, पर्यावरण और आर्थिक लाभों की समझ को व्यापक बनाना है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य दोनों संस्थानों की शैक्षणिक और अनुसंधान गतिविधियों के लिए सक्रिय व्यावसायिक सहयोग के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है जो आपसी सहयोग में एक मील का पत्थर साबित होगा। कुलपति जीबीयू ने कहा कि दोनों संस्थानों के प्रतिनिधियों ने सैद्धांतिक तौर पर ऑनलाइन कोरियाई भाषा का कार्यक्रम, प्रबंधन विषय पर कांफ्रेंस, एवं शिक्षकों में शोध के विषयों पर आपसी सहमति पर शोध परियोजना, आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शैक्षिक अधिष्ठाता प्रो एन पी मलकनिया ने कहा कि यह अनुबंध आपसी समझ को मजबूत करेगा, और अनुकूल सहयोग को बढ़ावा देगा और साथ ही शैक्षणिक और अनुसंधान गतिविधियों के लिए आपसी आदान- प्रदान की सहूलियत प्रदान करेगा, जैसे कि शोध प्रबंध / परियोजना / इंटर्नशिप / डॉक्टरेट अनुसंधान और बौद्ध अध्ययन, अनुप्रयुक्त विज्ञान, इंजीनियरिंग, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, प्रबंधन में उन्नत अनुसंधान, जैव प्रौद्योगिकी, मानविकी और सामाजिक विज्ञान, और छात्रों / शोध विद्वानों और संकाय / वैज्ञानिकों द्वारा विश्वविद्यालय के स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की डिग्री के लिए अग्रणी कानून और न्याय । राष्ट्रीय शा गौतमबुद्ध नगर । इस वर्ष भारत और दक्षिण कोरिया राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के रूप में दोनों देश मना रहे हैं जो प्राचीन काल से ही सांस्कृतिक संबंधों के माध्यम एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इसी सम्बंध को आगे बढ़ाते हुए जीबीयू ने भी इसे प्रगाढ़ता प्रदान करने में अपनी एक छोटी से योगदान इस समझौते के द्वारा की है। समझौते पर आधिकारिक रूप से अमली जामा पहनाने हेतु हस्ताक्षर हुए जिसमें जीबीयू के कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी और डोंग्गुक विश्वविद्यालय वाइज के प्रेसिडेंट श्रीमान यी यंग-क्यूँग अपने अपने हस्ताक्षर किए। डॉ अरविंद सिंह जिन्होंने इस समझौते को साकार करने में एक मुख्य भूमिका निभाई है उनका कहना है कि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय दक्षिण कोरिया में एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय है । और यही वजह है कि विश्वविद्यालय ने पहले भी दक्षिण कोरिया के डोंगगुक विश्वविद्यालय के दो संस्थानों/कॉलेजों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। इस क्रम में आज तीसरा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी ने कहा कि इस समझौते की मदद से दोनो संस्थानों के बीच शैक्षिक शोध में सहयोग के उद्देश्य के लिए किया गया है। इस समझौते के अंतर्गत निम्न बिंदुओं पर सहमती हुई हैं जिसमें दोनों संस्थानों के छात्रों, संकाय सदस्यों के बीच आपसी आदान-प्रदान, अनुसंधान और प्रकाशनों के माध्यम से सूचना का आदान- प्रदान, आपसी हित के क्षेत्रों में समस्या समाधान में ज्ञान और अनुप्रयोग के सृजन के लिए संयुक्त

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जीबीयू के 160 पाठ्यक्रम पर प्रवेश शुरू, 10 नए पाठ्यक्रम जोड़े