16 जनवरी को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय IEEE अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “कॉग्निटिव कंप्यूटिंग इन इंजीनियरिंग, कम्युनिकेशंस, साइंसेज एंड बायोमेडिकल हेल्थ इन्फॉर्मेटिक्स (IC3ECSBHI-2025)” का भव्य उद्घाटन किया गया । यह सम्मेलन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवीन्द्र कुमार सिन्हा के नेतृत्व में तथा कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी के सहसंरक्षण में आयोजित किया जा रहा है । कुछ मुख्य अथिति प्रो.एस.एन.सिंह (डायरेक्टर, आईआईआईटीएम, ग्वालियर, भारत), विशिष्ट अतिथि प्रो.आई.आर. डॉ. वाई ई लिऑनग (उप-कुलपति, आई एनटी आई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, मलेशिया) एवं प्रो. किशोर एस. त्रिवेदी (प्रोफेसर, ड्यूक कन्शन यूनिवर्सिटी, यूएसए), सम्मानित अतिथि प्रो. विनोद कुमार (पूर्व उपकुलपति, जेआईआईटी सोलन, भारत), प्रो. मैनुद्दीन (पूर्व उपकुलपति, डायरेक्टर, एन.आई.टी., जालंधर), प्रो. आशीष कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष, आईईईई, यूपी सेक्शन, भारत) रहें ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा, “यह सम्मेलन IC3ECSBHI-2025 ऐतिहासिक महत्व रखता है, जो शोध के क्षेत्र में मानक तैयार करेगा और उत्तर प्रदेश क्षेत्र में आईईईई के प्रति जागरूकता और नेटवर्किंग को बढ़ावा देगा”।
इस सम्मेलन में ‘समकालीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति’ पर विस्तार से चर्चा की जायेगी । यह सम्मेलन कॉग्निटिव कंप्यूटिंग के एकीकृत समाधानों के माध्यम से इंजीनियरिंग, कम्युनिकेशंस, विज्ञान और स्वास्थ्य देखभाल के जटिल मुद्दों के समाधान पर केंद्रित है। इसमें प्रमुख वक्ता, सत्र अध्यक्ष, ट्रैक अध्यक्ष, अमेरिका, वियतनाम और अन्य देशों के अंतरराष्ट्रीय मेहमानों सहित 300 से अधिक लेखक, प्रतिनिधि, समीक्षक और प्रस्तुतकर्ता विश्वभर से भाग ले रहे हैं । अगले दो दिनों तक तकनीकी जगत की बेहत महत्त्वपूर्ण विषयों को शोध के माध्यम से 12 कॉन्फ्रेंस ट्रैक और 34 विशेष सत्र ट्रैक के साथ कई महत्वपूर्ण विषयों जैसे कि कॉग्निटिव कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), इंजीनियरिंग नवाचार और स्वास्थ्य देखभाल प्रगति पर विचार किया जायेगा तथा शोध पत्र प्रस्तुत किया जायेगा ।
कार्यक्रम की शुरूआत भगवान बुद्ध एवं सरस्वती माँ के पुष्प-अर्पण हुई तथा कार्यक्रम में उपस्थिति समस्त अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया । सम्मेलन के जनरल चेयर डॉ. एम.ए. अंसारी, समस्त संयोजक डॉ. कीर्ति पाल (अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग), डॉ. ओम वीर (विभागाध्यक्ष, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग), डॉ. ओमवीर सिंह (विभागाध्यक्ष, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग) सहित विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के फेकल्टीज़ एवं छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम को सफल बनाया ।