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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के छात्रों की ऐतिहासिक सफलता: टीम ‘वेंकटेश्वर’ SIH 2024 फाइनल में

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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की टीम ‘वेंकटेश्वर’ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (SIH) 2024 में अपनी जगह बनाकर पूरे विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इस वर्ष SIH में 54 मंत्रालयों, उद्योगों, विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (PSUs) और राज्य सरकारों द्वारा 254 समस्याओं को प्रस्तुत किया गया था। टीम ‘वेंकटेश्वर’ को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत चुनौती ‘विभिन्न कृषि उत्पादों के लिए जल पदचिह्न का डिजिटल तकनीक से आकलन’ (प्रॉब्लम स्टेटमेंट SIH1689) पर काम करने का अवसर मिला। इस समस्या पर देशभर से कुल 123 विचार प्रस्तुत किए गए थे, जिनमें से शीर्ष 5 टीमों का चयन किया गया, और इनमें से एक टीम ‘वेंकटेश्वर’ है। म ‘वेंकटेश्वर’ में छह प्रतिभाशाली छात्र शामिल हैं: अक्षत गुप्ता (टीम लीडर), आरुषि संगल, अभिनव कुमार, कौशल जीत, यशस्वी शुक्ला, और शश्वत उपाध्याय। टीम के सदस्यों ने अपनी मेहनत, समर्पण और संकल्प के बल पर इस सम्मानजनक उपलब्धि को हासिल किया। विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला अवसर है जब SIH के राष्ट्रीय स्तर के फाइनल में कोई टीम पहुँची है। टीम ने अपनी यात्रा साझा करते हुए बताया कि पिछले वर्ष तक उनके पास तकनीकी ज्ञान का अभाव था, लेकिन उन्होंने कठिन परिश्रम और समर्पण के साथ असंभव को संभव कर दिखाया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर कुलपति प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा, SIH कॉलेज SPOC डॉ. राजू पाल, CSE विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण सोलंकी, और SIH समन्वयक डॉ. विनय लितोरिया ने टीम के सदस्यों को बधाई दी और उनकी कड़ी मेहनत की सराहना की। साथ ही, विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल ने भी इस सफलता में अपना अहम योगदान दिया है। विश्वविद्यालय ने छात्रों को हैकाथॉन और स्टार्टअप संस्कृति में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है, जिससे वे अपनी नवोन्मेषी क्षमताओं का विकास कर सकें।टीम ‘वेंकटेश्वर’ की इस अनोखी उपलब्धि से पूरे विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है। संस्थान को विश्वास है कि टीम SIH 2024 के फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेगी। इस उपलब्धि ने न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रोत्साहित किया है बल्कि अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की यह जीत स्टार्टअप और नवाचार संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। SIH 2024 के फाइनल में टीम ‘वेंकटेश्वर’ का प्रदर्शन देखने के लिए सभी उत्सुक हैं, और उनके साथ पूरा संस्थान खड़ा है।।

भारत शिक्षा एक्सपो 2024 में जीबीयू की धमक

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ग्रेटर नोएडा। नॉलेज पार्क स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में सोमवार से शुरू हुए तीन भारत शिक्षा एक्सपो का भव्य उद्घाटन उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय द्वारा किया गया। उद्घाटन के पश्चात प्रदर्शनी के भ्रमण के दौरान मंत्री एवं प्रो डी. पी. सिंह, मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार के साथ जीबीयु स्टाल पे आये और दीप प्रज्वलित कर विश्वविद्यालय के प्रदर्शनी स्टाल का उद्घाटन कुलपति प्रो रविन्द्र कुमार सिन्हा एवं विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति में की। इसक्रम में प्रो सिन्हा ने मंत्री जी एवं प्रो डी. पी. सिंह जी को पुष्प गुच्छ एवं जीबीयू की दीक्षांत समारोह की पुस्तिका एवं एडमिशन ब्रोचर भेंट कर स्टाल पर पधारने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। दोनों महानुभावों ने स्टाल की भूरी भूरी प्रशंसा की। यहाँ यह बताना भी जरूरी है कि पिछले वर्ष हुए ट्रेड शो में मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जो विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं, वो जीबीयू के स्टाल पर आये थे और इसकी प्रशंसा की थी। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ने इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित "भारत शिक्षा एक्सपो 2024 " में अपनी भागीदारी दर्ज की, जहाँ विश्वविद्यालय ने अपनी शैक्षिक गतिविधियों, पाठ्यक्रमों और भविष्य के तकनीकी दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया। इस आयोजन में गौतम बुद्ध 2024 का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे विश्वविद्यालय ने विशेष रूप से बदलावों से छात्रों और शिक्षकों को अवगत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, आईटी, इंजीनियरिंग, बौद्ध अध्ययन, अप्लाइड साइंसेज, लॉ, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान जैसे पाठ्यक्रमों को प्रदर्शित किया। प्रदर्शनी पर अपना व्यक्तव्य देते हुए कुलपति प्रो सिन्हा ने कहा कि हमारा विशेष आकर्षण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर है जिसका निर्माण गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से एक "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर" के निर्माण की अपनी योजना का भी उल्लेख किया। यह सेंटर राज्य में उभरते हुए तकनीकी क्षेत्रों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, साथ ही छात्रों को नई तकनीकों के साथ शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करेगा। एक्सपो में कई आकर्षक कार्यशालाएँ, पैनल चचाएँ, हैकाथन, आईडियाथॉन, स्टार्टथॉन और काउंसलिंग सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों का उद्देश्य छात्रों को नई - नई खोजों और तकनीकों से अवगत कराना था और उन्हें शिक्षा के नए आयामों की ओर प्रेरित करना था । विश्वविद्यालय का दृष्टिकोण को व्यक्त करते हुए डॉ विश्वास त्रिपाठी, कुलसचिव, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ने कहा, "भारत शिक्षा एक्सपो 2024, भारत को विश्वगुरु बनाने के सपने की शुरुआत है। भारत एक्सपो 2024, पारंपरिक शिक्षा पद्धतियों के साथ आधुनिक तकनीकों से छात्रों और शिक्षकों को रूबरू कराता है । हम मानते हैं कि इस प्रकार के मंच भारत की शिक्षा प्रणालियों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने में सहायक होंगे। इस आयोजन में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने अपनी उपस्थिति से यह सिद्ध कर दिया कि वह न केवल शैक्षिक दृष्टिकोण से, बल्कि तकनीकी और अनुसंधान दृष्टिकोण से भी अग्रणी है।

पीएचडी की 100 सीटों के लिए आवेदन आज से

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जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में पीएचडी की 100 सीटों के लिए 11 नवंबर से आवेदन लिए जाएंगे। रजिस्ट्रेशन शुल्क 1500 रुपये निर्धारित है। आवेदन की अंतिम तारीख 31 दिसंबर निर्धारित है। कुलपति आरके सिन्हा ने बताया कि पीएचडी की प्रवेश प्रकिया में आवेदन की पात्रता मास्टर डिग्री निर्धारित है । सामान्य और पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थी के मास्टर में 55 प्रतिशत और एससी व एसटी वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए। बताया कि विश्वविद्यालय में 100 सीटें हैं। टेस्ट में पास होने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में पास करना होगा। दोनों परीक्षाओं को पास करने के बाद ही पीएचडी में दाखिला मिलेगा। जनवरी में पीएचडी करने वालों की चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इन विषयों में पीएचडी का अवसर आर्किटेक्चर एंड प्लैनिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, फिजिक्स, पालिटिकल साइंस, इंग्लिश, मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलाजी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, दर्शशास्त्र, जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन समेत अन्य विषय शामिल हैं।

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में "बौद्ध समाज निर्माण एवं आचार संहिता विमोचन समारोह" का आयोजन

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ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के मुख्य प्रेक्षागृह में आज, 10 नवम्बर 2024 को धम्मभूमि बुद्धिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट, अलीगढ़ और बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय, जीबीयू के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘बौद्ध समाज निर्माण एवं आचार संहिता विमोचन समारोह’’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बुद्धमूर्ति और बोधिसत्व डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर अतिथियों द्वारा पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुई। इसके बाद भिक्षु संघ द्वारा बुद्ध वंदना और मंगलपाठ किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि और जीबीयू के कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने अपने संबोधन में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय और यहां संचालित बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डॉ. चंद्रशेखर पासवान ने जीबीयू के माननीय कुलपति प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा के संदेश का वाचन किया। एडीशनल कमिश्नर अशोक गौतम ने धम्मभूमि बुद्धिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट की गतिविधियों और इसके योगदान पर चर्चा की। विभागाध्यक्ष डॉ. चिन्ताला वेंकटा सिवासाई ने गौतम बुद्ध के जीवन दर्शन पर विचार साझा किए। इस कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों, जैसे डॉ. भिक्खु करुणाशील राहुल, डॉ. ज्ञानादित्य शाक्य, डॉ. मनीष मेशराम, डॉ. पंकज दीप, डॉ. अरविंद कुमार सिंह, अलंकार बौद्ध, डॉ. प्रियदर्शिनी मित्रा और 2000 से अधिक अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

माडर्न एजुकेशन हब बनने को तैयार गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय

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उत्तर प्रदेश के छह जिलों में माडर्न एजुकेशन हब बनाए जाएंगे। इनमें एक ही परिसर में छात्र-छात्राएं प्राइमरी से लेकर विश्वविद्यालय तक की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। माडर्न एजुकेशन हब में चयनित जिलों में गौतमबुद्ध नगर भी शामिल है। यहां गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय परिसर में माडर्न एजुकेशन हब बनाए जाने की योजना है। इसके लिए विश्वविद्यालय के पास करीब 457 एकड़ जमीन उपलब्ध है। उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति-2024 में यूपी को विश्वस्तरीय क्वालिटी एजुकेशन हब बनाने का लक्ष्य है। इसे साकार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहल की है। करीब 10 दिन पहले मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्ध नगर समेत छह जिलों में माडर्न एजुकेशन हब बनाने का निर्णय लिया था । इसके लिए यहां पर गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के परिसर का चयन किया गया है। योजना के तहत प्रत्येक हब में छात्र - छात्राओं को प्राइमरी से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक की पढ़ाई पूरी कराने के लिए करीब आठ शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की जाएगी। इन शैक्षणिक संस्थानों के क्रियान्वयन के लिए भवन व जमीन की जरूरत होगी फिलहाल जीबीयू के पास करीब 457 एकड़ जमीन उपलब्ध है। विश्वविद्यालय प्रबंधन के अनुसार पूर्व में उनके पास लगभग 511 एकड़ जमीन उपलब्ध थी। लेकिन इसमें से 54 एकड़ जमीन जिम्स को दे दी गई थी। इसके बाद भी जीबीयू के पास माडर्न एजुकेशन हब में उपयोग के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। गौतमबुद्ध नगर के अलावा इन जिलों में बनेगा माडर्न एजुकेशन हब गौतमबुद्ध नगर जिले के जीबीयू के अलावा लखनऊ के मोहान रोड पर 103 एकड़ में मार्डन एजुकेशन हब बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जबकि अयोध्या में आचार्य नरेंद्र देव की जरूरत होगी। यूनिवर्सिटी, आगरा में आरबीएस कालेज का चयन किया गया है। इसके अलावा गोरखपुर और बुंदेलखंड के एक जिले में भी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग ने विश्वव शांति सामाजिक संस्थान के साथ मिल कर किया दान अभियान का सफल आयोजन

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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग ने विश्वव शांति सामाजिक संस्थान के साथ मिल कर किया दान अभियान का सफल आयोजन गौतम बुद्धा विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग ने विश्व शांति सामाजिक संस्थान के साथ मिल कर जीबीयू के आस पास रहने वाली झुग्गी झोपड़ियों के निवासियों के लिए दिनांक आठ नवंबर को एक सफल दान अभियान चलाया जिसके अंतर्गत सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज के सामने बच्चों को स्वेटर और कपड़े बांटे गए । गौरतलब है की गौतम बुद्धा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ रविंद्र कुमार सिन्हा सदा ही जिबियू के छात्रों को सामाजिक कार्यों को करने के लिए प्रेरित करते हैं जिससे की जिबियू के छात्र अच्छी शिक्षा पाने के साथ साथ देश के अच्छे नागरिक भी बन सकें । गौतम बुद्धा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी ने छात्रों की इस नेक पहल को सराहा और उन्हें आगे भी समाज कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया । इस दान अभियान का मार्गदर्शन स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज़ एण्ड सोशल सांइसेज़ की डीन प्रोफसर बन्दना पांडेय के द्वारा किया गया जो छात्रों को सदा सह पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियाँ करने के लिए प्रेरित करती हैं । समाज कार्य विभाग के हेड डॉ एपी सिंह ने दान अभियान के संयोजक की भूमिका निभाई और छात्रों की इस नेक पहल की सरहाना की । दान अभियान में समाज कार्य विभाग के संकाय सदस्य डॉ राहुल कपूर और श्री नवनीत सिंह मौजूद रहे । समाज कार्य विभाग के छात्र ब्राइटसन, केशव, हिमांशी और नबील भी दान अभियान के दौरान मौजूद रहे । विश्व शांति सामाजिक संस्थान के सहयोगी श्री प्रवीण जी दान अभियान के मुख्य संयोजक के रूप में दान अभियान में शामिल रहे ।

GBU में साइबर फरेंसिक लैब तैयार, ट्रेनिंग भी शुरू

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बढ़ते साइबर क्राइम को ध्यान में रखते हुए कासना स्थित गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी (जीबीयू) में छात्र-छात्राओं के लिए साइबर फरेंसिक लैब बनकर तैयार हो गई है। इसके माध्यम से संस्थान में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को साइबर क्राइम से बचाव और अन्य कई चीजों से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जीबीयू के कुलपति प्रफ़ेसर रविंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि बाहर के लोग भी साइबर अपराध के बारे में जानने ग्रेटर नोएडा स्थित गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ आईसीटी के लिए यहां जानकारी ले सकते हैं। यहां छह महीने से लेकर एक साल वाले करीव शुरू किए जा रहे हैं। इसके लिए सात छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन भी कराया है। इसके अलावा शासन के आदेश पर एआई (आर्टिफिशल इंटेलिजेंस) सेंटर तैयार करने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने डीपीआर (डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर ली है। इसके लिए शासन स्तर से फंड रिलीज होने का इंतजार है।कैंपस में बनाई गई है । जीबीयू के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान समय में साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। यहां संस्थान में साइबर फरेंसिक, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और ड्रोन टेक्नॉलजी की वारिकियां सिखाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। हर व्यक्ति साइबर क्राइम का शिकार हो रहा है। संस्थान में साइबर टेक कंपनी के साथ मिलकर स्कूल ऑफ आईसीटी में साइबर फरेंसिक लैब स्थापित कर दी गई है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने साइबर क्राइम से जुड़ी चीजों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक तरीके से लैव तैयार की है। जनवरी से अन्य कोर्सों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रकिया शुरू कर दी जाएगी। संस्थान में लैब के लिए 60 कंप्यूटर की व्यवस्था की गई। इसके साथ ही सात मुख्य कंप्यूटर हैं लैब में पुलिस, सेना और आम नागरिक भी कोर्स में अपना रजिस्ट्रेशन कराकर साइवर अपराध से बचाव से जुड़ा कोर्स कर सकते हैं। इन कोर्स से जुड़ी फीस को फाइनल करने के लिए कुलपति प्रफेसर रविंद्र कुमार सिन्हा के साथ ही जल्द अन्य स्टाफ की मीटिंग होनी है। इसके बाद एडमिशन शुरू होंगे।

जीबीयू के छात्र शक्ति सिंह यादव बने ब्रज केसरी, कुश्ती में परचम लहराया

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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) के एमए बौद्ध अध्ययन के अंतिम वर्ष के छात्र शक्ति सिंह यादव ने मिट्टी कुश्ती संघ द्वारा आयोजित ब्रज केसरी टाइटल प्रतियोगिता में अपने अद्भुत कौशल का प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया। 18 जिलों के शीर्ष पहलवानों की भागीदारी वाली इस प्रतियोगिता में शक्ति सिंह ने सेमीफाइनल में बदरी उर्फ़ आकाश पहलवान (नोएडा) को मात दी और फाइनल में हनी पहलवान को चित्त करके विजेता बने। शक्ति सिंह को उनकी इस शानदार जीत के लिए भारत्य मिट्टी कुश्ती संघ द्वारा गर्ज और 21,000 रुपये की नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। यह प्रतियोगिता न केवल प्रतिभागियों के अद्वितीय कौशल को दिखाती है, बल्कि मिट्टी कुश्ती की समृद्ध परंपरा को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन उदाहरण भी बनी। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा ने व्यक्तिगत रूप से शक्ति सिंह और बौद्ध अध्ययन विभाग के शिक्षकों को बधाई दी और शक्ति की जीत पर गर्व व्यक्त किया। शक्ति सिंह ने हाल ही में उत्तर प्रदेश केशरी का भी ख़िताब जीता है, जिसे उन्होंने लखनऊ कैंट में आयोजित एक विशाल दंगल प्रतियोगिता में अपने नाम किया था। इस जीत के साथ उन्हें 1 लाख रुपये की नगद राशि भी प्राप्त हुई। कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने जानकारी दी कि यह प्रतियोगिता 10 से 12 अक्टूबर 2024 को हरीश इंटर कॉलेज, लखनऊ में आयोजित की गई थी। प्रो. सिन्हा ने शक्ति सिंह को आगे भी ऐसे आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और उनकी भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं दीं। बौद्ध अध्ययन की अधिष्ठात्री प्रो. श्वेता आनंद ने शक्ति सिंह को उनकी शैक्षिक और खेल उपलब्धियों के लिए बधाई दी, जबकि विभागाध्यक्ष डॉ. वेंकट चिंतल सिवासई और अन्य शिक्षकगण भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के छात्रों की ऐतिहासिक सफलता: टीम ‘वेंकटेश्वर’ SIH 2024 फाइनल में
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