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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में संविधान दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन

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26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान को अंगीकार करने के अवसर पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग द्वारा “हमारे संस्थापकों (संविधान सभा) द्वारा कल्पित भारत का विचार” विषय पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा की उप कुलपति, प्रो. सुषमा यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद, राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध के सहायक आचार्य, डॉ. विवेक कुमार मिश्रा ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया और इसके महत्व को समझाया, साथ ही संविधान का पालन करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान, मानविकी और सामाजिक विज्ञान की संकाय अध्यक्ष, प्रो. वंदना पांडे ने संविधान दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला और संविधान सभा में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण में महिलाओं का योगदान अद्वितीय था और यह भारतीय लोकतंत्र की विविधता और समावेशिता का प्रतीक है। मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. सुषमा यादव ने भारतीय संविधान के इतिहास, उसकी वर्तमान प्रासंगिकता और भविष्य की दिशा पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने भारतीय राज्य की प्रकृति, मौलिक अधिकारों, और राज्य के नीति निर्देशक तत्वों के महत्व को समझाया, साथ ही बंधुत्व की भावना को भारतीय समाज को एकजुट करने के माध्यम के रूप में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को सम्मानित करते हुए, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के मानवीय कुलपति, प्रो. रवींद्र कुमार सिन्हा ने छात्रों को भारतीय संसद के पुस्तकालय में रखी संविधान की मूल प्रति के संरक्षण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के योगदान के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का समापन राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के अध्यक्ष, डॉ. पंकज दीप के धन्यवाद ज्ञापन और अगले वर्ष और भी भव्य कार्यक्रम आयोजित करने के वादे के साथ हुआ। कार्यक्रम के समापन में सभी ने राष्ट्रगान के साथ संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे, जिन्होंने इस आयोजन को एक उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न किया।

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में एआईसीटीई प्रायोजित एक सप्ताह के अटल-संकाय विकास कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन

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ग्रेटर नोएडा। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) के छात्र और संकाय सदस्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग (एसओई) द्वारा आयोजित संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) के उद्घाटन सत्र के लिए एकत्र हुए। यह कार्यक्रम ग्रेटर नोएडा में विश्वविद्यालय के परिसर में हुआ और 25-29 नवंबर 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित और अटल-एफडीपी पहल का हिस्सा इस कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों के शिक्षण कौशल और तकनीकी विशेषज्ञता को बढ़ाना है। कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर. के. सिन्हा और एनपीसीएल के उपाध्यक्ष सारनाथ गांगुली ने किया। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में प्रोफेसर एन.पी.मेलकानिया, डीन अकादमिक, डॉ. विश्वास त्रिपाठी, रजिस्ट्रार, डॉ. इंदु उप्रेती, डीन पीएंडआर और प्रोफेसर एस.पी. सिंह, प्रतिष्ठित प्रोफेसर शामिल थे।पांच दिवसीय एफडीपी का समन्वय स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की डीन डॉ. कीर्ति पाल और सह-समन्वयक के रूप में डॉ. एम.ए. अंसारी द्वारा किया जा रहा है।उद्घाटन सत्र में मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल और आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्षों के साथ-साथ इन विभागों के संकाय सदस्यों ने भाग लिया।पहले दिन आईआईटी दिल्ली के प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. शांतनु कुमार मिश्रा ने एक सत्र आयोजित किया, जिसमें उन्होंने वर्तमान तकनीकी प्रगति पर बहुमूल्य जानकारी दी। दूसरे सत्र का नेतृत्व एनएसयूटी, नई दिल्ली की प्रोफेसर प्रेरणा गौर ने किया, जिन्होंने इंजीनियरिंग शिक्षा में उभरते रुझानों पर एक आकर्षक व्याख्यान दिया।एफडीपी को एक सफल शुरुआत के रूप में मनाया गया, जिसमें प्रतिभागियों के बीच आशाजनक चर्चाएँ और ज्ञान-साझाकरण हुआ। प्रोग्राम का समापन, विभागाध्यक्ष डॉ. ओमवीर सिंह ने किया ।

जीबीयू में क्वांटम कंप्यूटिंग पर राष्ट्रीय कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न

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ग्रेटर नोएडा: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय जीबीयू ने आज तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला क्वांटम कंप्यूटिंग का सफलतापूर्वक समापन किया। यह कार्यशाला एप्लाइड फिजिक्स विभाग और स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज एंड एप्लाइड साइंसेज SoVSAS द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें आईआईटी रुड़की, बिट्स पिलानी और दिल्ली विश्वविद्यालय सहित 21 प्रमुख विश्वविद्यालयों और संस्थानों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। समापन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुमार सिन्हा, प्रोफेसर एन.पी. मल्कानिया डीन, अकादमिक मामलों और SoVSAS और डॉ. मनमोहन सिंह शिशोदिया डीन, छात्र मामलों उपस्थित थे। प्रो. सिन्हा ने अपने प्रेरणादायक भाषण में डि ब्रोगली रेडिएशन थ्योरी में सुधार और मेटामटीरियल्स में प्रगति पर अपने शोध कार्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को इन क्षेत्रों में गहरी खोज करने के लिए प्रेरित किया और क्वांटम युग में इनकी महत्ता को रेखांकित किया।कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा रोचक सत्र प्रस्तुत किए गए। प्रो. पैट्रिक दास गुप्ता और प्रो. अनिर्बान पाठक ने क्वांटम कंप्यूटिंग और क्रिप्टोग्राफी पर विचार प्रस्तुत किए। आईबीएम के डॉ. एल. वेंकट सुब्रमणियम ने क्वांटम यूटिलिटी के युग में क्वांटम कंप्यूटिंग पर अपने विचार साझा किए, जबकि प्रो. अशोक कुमार ने क्वांटम मशीन लर्निंग पर चर्चा की। सिलिकॉफेलर क्वांटम ने क्वांटम एल्गोरिदम का हाथों-हाथ प्रदर्शन किया। डॉ. मौसुमी पोहित (हेड, एप्लाइड फिजिक्स विभाग) और कार्यशाला संयोजक डॉ. वीनस डिल्लू और डॉ. भावना जोशी ने कार्यशाला के महत्व को रेखांकित किया और इसे छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक बेहतरीन मंच बताया। प्रतिभागियों ने कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा, “यह कार्यशाला अत्यधिक ज्ञानवर्धक रही और इसमें सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव का बेहतरीन मिश्रण था।” कार्यशाला की सफलता ने जीबीयू की अनुसंधान और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को फिर से साबित किया है। विश्वविद्यालय अब क्वांटम तकनीकों में अपने प्रयासों को और विस्तार देने और आने वाली पीढ़ी के शोधकर्ताओं को प्रेरित करने के लिए ऐसी और कार्यशालाओं का आयोजन करने की योजना बना रहा है। कार्यशाला के समापन के साथ, प्रतिभागी नए दृष्टिकोणों और उत्साह के साथ क्वांटम कंप्यूटिंग की संभावनाओं की खोज करने के लिए प्रेरित हुए।

योजना विभाग की राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ शुभारंभ

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ग्रेटर नोएडा।वातावरण एवम् पर्यावरण के बिगड़ते स्वरूप को देखते हुए जीबीयू के शहरी एवम् क्षेत्रीय योजना विभाग ने राष्ट्रीय स्तर की दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 22 और 23 नवंबर, 2024 को किया गया। यह कार्यक्रम, शहरी और क्षेत्रीय योजना विभाग द्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स इंडिया ITPI, नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित किया गया।इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य विशेषज्ञों, प्रैक्टिशनरों, नीति निर्धारकों और अकादमिक जगत के सदस्यों को एकत्रित करना है, ताकि वे योजना स्थिरता और पारिस्थितिक बहाली के लिए प्रभावी रणनीतियों पर विचार कर सकें। वर्तमान समय में पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने के लिए यह कार्यक्रम ज्ञान साझा करने, बेहतरीन प्रथाओं और नवाचारों पर केंद्रित करना था । कार्यक्रम की शुरूआत में, विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. आरके सिन्हा, प्रमुख अतिथि आईटीपीआई के अध्यक्ष श्री एनके पटेल, और गेस्ट ऑफ ऑनर जीएनआईडीए की जीएम प्लानिंग श्रीमती लीनू सहगल अपने विचार साझा विचार साझा किए। स्कूल ऑफ़ इंजिनिंग की डीन डॉ कीर्ति पाल ने प्रतिभागियों का स्वागत संदेश दिया। कार्यक्रम की संजोजल डॉ निर्मित मेहरोत्रा ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए सभी को धन्याबाद प्रेषित किया।SPA दिल्ली के सलाहकार बोर्ड के प्रोफेसर आर. श्रीनिवास, GNDU के निदेशक प्रोफेसर अश्वनी लूथरा कार्यक्रम में शामिल हुए।यह संगोष्ठी विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श के लिए संरचित किया गया, जिसमें भविष्य के शहरों के लिए उभरते दृष्टिकोण; उपकरण और प्रौद्योगिकी-शहरीकरण और रूर्बनीकरण; जल और विरासत संरक्षण; जलवायु परिवर्तन, अनुकूलन और आपदा जोखिम प्रबंधन; माइक्रो क्रेडेंशियल; स्थिरता शिक्षा और जलवायु शासन के उपाय शामिल थे। प्रतिभागियों को कार्यशालाओं और अंतःक्रियात्मक सत्रों में भाग लेने का मौका मिला।दो दिन चलने वाली इस संगोष्ठी फैकल्टी मेम्बर आलोक वर्मा, माधुरी अग्रवाल, राजेश कुमार, एबीएसएंटी सिंह, गरिमा रानी, आकाश पांचाल, शैलजा उपिस्तिथ। रहे। कार्यक्रम के माध्यम से न केवल ज्ञान का आदान-प्रदान होगा बल्कि नीति विकास की दिशा में भी ठोस कदम उठा सकेंगे। यह संगोष्ठी न केवल नई साझेदारियों को स्थापित करने में सहायक हुआ, बल्कि सतत विकास और पारिस्थितिकीय पुनर्स्थापन हेतु ठोस नीतियों को तैयार करने के लिए एक मंच भी प्रदान किया। हम सभी के सहयोग से, हम एक स्थायी और स्वस्थ पर्यावरण के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य समापन, छात्रों ने दिखाए रचनात्मकता और उत्साह के अद्भुत उदाहरण

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नोएडा, 23 नवंबर 2024: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में दो दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव का शनिवार शाम को शानदार समापन हुआ। इस महोत्सव का उद्देश्य छात्रों को शैक्षिक तनाव से राहत देना और उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देना था। समापन समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर नीना सिन्हा ने सांस्कृतिक परिषद की सराहना की और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। महोत्सव का उद्घाटन शुक्रवार को स्पिक मैके के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रोफेसर राधा मोहन तिवारी द्वारा किया गया था। महोत्सव में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें काव्य संगम, डुएट डांस, ड्रामा, एड मेकिंग, और आर्ट ऑफ लाइट जैसी प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। टेक्नो क्लब द्वारा आयोजित हैकाथन में आरोग्य युवा टीम ने जीत हासिल की और बेस्ट इनोवेशन अवॉर्ड आरोहा टीम को मिला। समापन समारोह में विश्वविद्यालय के हॉकी ग्राउंड में आयोजित कंसर्ट नाइट ने महोत्सव को यादगार बना दिया, जहां छात्रों ने संगीत और मनोरंजन का पूरा आनंद लिया। इस महोत्सव में 3000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और 250 से ज्यादा वालंटियर्स ने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया। #GBU #CulturalFestival #StudentsCreativity #AnnualFest #GautamBuddhaUniversity #CulturalExcellence #StudentEngagement #CreativeFestival #CampusLife #YouthCulture #GBUCulturalEvent

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में “अभिव्यंजना” महोत्सव: छात्रों की कला और संस्कृति का शानदार प्रदर्शन

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ग्रेटर नोएडा, 22 नवंबर 2024: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में शुक्रवार को वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव ‘अभिव्यंजना’ का भव्य शुभारंभ हुआ, जो छात्रों की रचनात्मकता और सांस्कृतिक अभिरुचि का प्रतीक बन गया। यह महोत्सव दो दिन तक विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार में आयोजित किया गया, जहां स्पिक-मैके के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राधा मोहन तिवारी ने उद्घाटन किया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा और कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने भी अपनी उपस्थिति से महोत्सव की शोभा बढ़ाई। सृजनात्मकता और संस्कृति को प्रोत्साहन मुख्य अतिथि प्रो. तिवारी ने छात्रों की कला एवं सांस्कृतिक रुचि की सराहना करते हुए कहा, “इस प्रकार के महोत्सव छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने का बेहतरीन मंच प्रदान करते हैं।” कुलपति प्रो. सिन्हा ने इसे मेगा सांस्कृतिक आयोजन करार दिया और छात्रों को परीक्षा से पूर्व तनावमुक्त होने का अवसर दिया। महोत्सव के प्रमुख कार्यक्रम महोत्सव के पहले दिन रंगोली प्रतियोगिता, एकल गायन, एकल नृत्य प्रतियोगिता, एड मेकिंग और फोटो बूथ में छात्रों ने उत्साह से भाग लिया। इसके अलावा, वीडियो गेमिंग प्रतियोगिता में टेकेन 3 और जीटीए 5 जैसे प्रसिद्ध खेलों ने छात्रों को रोमांचित किया। सार्वजनिक सहभागिता और संगठन इस महोत्सव में 2500 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जबकि 300 वालंटियर्स ने आयोजन की सफलतापूर्वक व्यवस्था की। छात्रों की ऊर्जा और उत्साह ने यह साबित कर दिया कि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में शैक्षिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ समान रूप से महत्व रखती हैं। अंतिम शब्द ‘अभिव्यंजना’ महोत्सव ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में छात्रों की सांस्कृतिक और रचनात्मक क्षमताओं को उजागर किया, जो उनके व्यक्तित्व और कौशल विकास में मदद करेगा। इस आयोजन का समापन सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष डॉ. शक्ति साहि के स्वागत भाषण और डॉ. ममता शर्मा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

अर्थशास्त्र, योजना एवं विकास विभाग में विशेषज्ञ व्याख्यान

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र्थशास्त्र, योजना और विकास विभाग, एसओएचएसएस ने इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय) के सभागार में 'तर्क संगत निर्णय की तकनीक' विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया। यह कार्यक्रम कुलपति आर के सिन्हा, डीन प्रोफेसर बंदना पांडे के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। एचओडी डॉ. ओमबीर सिंह, (अर्थशास्त्र, योजना और विकास विभाग), डॉ. सतीश मित्तल, डॉ. रूपाली श्रीवास्तव (कार्यक्रम समन्वयक), संकाय सदस्य डॉ. राहुल, डॉ. बबलू , अनमोल कुमार, सुश्री दिव्या तिवारी, श्री शुभम दुबे और 75 से अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। विभाग ने प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. सुपर्ण कुमार शर्मा को आमंत्रित किया। डॉ. शर्मा का अर्थशास्त्र, योजना एवं विकास विभाग के एचओडी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रो. शर्मा तर्क संगत निर्णय के प्रख्यात वक्ता हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र में उपभोक्ता एवं उत्पादन करता के तर्क संगत निर्णय के मान्यताओं पर जोर देते हुए छात्रों को विभिन्न परिस्थितियों में तर्क संगत निर्णय लेने की तकनीकों से अवगत करवाया। उन्होंने निर्णय लेते समय सुप्रसिद्ध विद्वान बोनो' द्वारा दिए गए ' छःसोच टोपियों' के महत्व पर प्रकाश डाला। हमारे कार्यों, निर्णयों की भूमिका से हमारे करियर और समग्र रूप से जीवन पर , जीवन भर प्रभाव पड़ता है, परंतु तर्क संगत निर्णय लेना आसान नहीं होता एवं एक अर्थव्यवस्था, संस्था, या व्यक्ति को इसमें विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फिर भी इन परेशानियों को विभिन्न तकनीकों के माध्यम से कम किया जा सकता है। उन्होंने अपने विचारों से छात्रों और सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही प्रो. शर्मा ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। विशेषज्ञ अतिथि वक्ता को अर्थशास्त्र, योजना और विकास विभाग के एचओडी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया । यह कार्यक्रम डॉ. सिंह के छात्रों के प्रति दयालु और उत्साहवर्धक शब्दों के साथ शुरू हुआ, जिसमें कार्य जीवन में टीम वर्क, ईमानदारी और समर्पण की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। एचओडी ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय अर्थव्यवस्था और प्रत्येक नागरिक के लिए तर्क संगत निर्णय लेना अति आवश्यक है। .छात्रों को सभ्य नागरिकता पर गहरी अंतर्दृष्टि, अच्छा सीखने का अनुभव और नैतिक मूल्य प्राप्त हुए। कुल मिलाकर, कार्यक्रम सभी के लिए बहुत समृद्ध था।

जर्नलिज़्म में सफलता के लिए स्वयं पर विश्वास करना जरूरी : राहुल महाजन

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विश्व टेलीविजन दिवस के अवसर पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित इंडिया डेली लाइव समाचार चैनल के प्रधान संपादक श्री राहुल महाजन ने कहा कि यदि आप स्वयं पर भरोसा करते हैं तो जर्नलिज़्म में सफल होने से आपको कोई नहीं रोक सकता। यह कार्यक्रम गुरुवार को विश्वविद्यालय के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया । इस अवसर पर टेलीविजन की विश्व यात्रा और उद्भव से संबंधित एक फिल्म भी विद्यार्थियों को दिखाया गया । मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता और जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर बंदना पांडेय ने छात्र-छात्राओं को विश्व टेलीविजन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि श्री महाजन को मुख्य अतिथि के रूप में अपने विद्यार्थियों से रूबरू कराने का एकमात्र उद्देश्य यह है कि टेलीविजन पत्रकारिता के व्यवहारिक पक्ष को यदि टेलीविजन जगत के एक वरिष्ठ पत्रकार और प्रधान संपादक से सुना जाए, तो आज के कार्यक्रम का उद्देश्य पूरा हो जाता है। प्रसार भारती समेत कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों को सुशोभित कर चुके इंडिया डेली लाइव चैनल के प्रधान संपादक श्री राहुल महाजन ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि टेलीविजन पत्रकारिता में सिर्फ एंकर और रिपोर्टर ही महत्वपूर्ण नहीं होता है बल्कि किसी टेलीविजन समाचार चैनल की स्क्रीन के पीछे भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले समेत कई अन्य लोग भी कार्य कर रहे होते हैं। वहीं समाचार चैनलों में एंकर और रिपोर्टर के अलावे कई अन्य प्रकार के जॉब के अवसर जैसे ग्राफिक्स डिजाइनर बनने का भी मौका आपके पास होता है। इस अवसर पर उपस्थित पत्रकारिता के विद्यार्थियों के मीडिया से संबंधित प्रश्नों के उत्तर भी राहुल महाजन ने बड़ी तन्मयता और स्पष्टता से दिया । कार्यक्रम का संचालन जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग की छात्रा प्रगति भारद्वाज और धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रोफेसर डॉ. बिमलेश कुमार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विनीत कुमार, डॉ. कुमार प्रियतम, डॉ. आशुतोष वर्मा, डॉ. प्रतिमा एवं मिस करुणा सिंह और हिंदी विभाग की डॉ. रेणु यादव, सोशल वर्क के डॉ. राहुल सहित कई अन्य विभागों के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया ।

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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में संविधान दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में एआईसीटीई प्रायोजित एक सप्ताह के अटल-संकाय विकास कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन
जीबीयू में क्वांटम कंप्यूटिंग पर राष्ट्रीय कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न
योजना विभाग की राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ शुभारंभ
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य समापन, छात्रों ने दिखाए रचनात्मकता और उत्साह के अद्भुत उदाहरण