गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी साझा करने के लिए एक पत्रकार वार्ता का आयोजन गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया। प्रेस वार्ता में कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह, कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी, डीन अकादमिक प्रो. एन. पी. मेलकानिया, विभिन्न संकायों के डीन, और विश्वविद्यालय प्रवेश समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप तोमर एवं डॉ. राकेश कुमार श्रीवास्तव (समन्वयक, प्रवेश) एवं प्रवेश समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह ने मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता और छात्र कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया। प्रेस वार्ता के दौरान, अध्यक्ष प्रवेश समिति डॉ. प्रदीप तोमर ने प्रवेश प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर प्रवेश पुस्तिका का आधिकारिक विमोचन और ऑनलाइन प्रवेश पोर्टल प्रारम्भ किया गया, जिससे आगामी शैक्षणिक सत्र (2025-26) हेतु आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (GBU) शैक्षणिक सत्र 2025-26 में आठ स्कूलों के 160 पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया का संचालन कर रहा है, जिसमें उधोग और अकादमिक क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 10 नए पाठ्यक्रम शामिल हैं। शैक्षणिक उत्कृष्टता और समग्र विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ, GBU 8 स्कूलों में उपलब्ध 160 पाठ्यक्रम में कुल 4,360 सीटें - स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ बुद्धिस्ट स्टडीज एंड सिविलाइज़ेशन, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज, स्कूल ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ लॉ,जस्टिस एण्ड गवर्नेंस, स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज एंड एप्लाइड साइंसेज में उपलब्ध हैं। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के नवाचार और अनुसंधान के प्रति समर्पण का प्रमुख उदाहरण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेंटर की स्थापना है। यह सेंटर AI की परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करके समाज की चुनौतियों का समाधान करने, आर्थिक विकास को गति देने और अगली पीढ़ी के नवाचारियों को तैयार करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। यह सेंटर शैक्षणिक, उधोग और सरकारी विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर विभिन्न क्षेत्रों में नई संभावनाओं की खोज करेगा।
नए पाठ्यक्रम और प्रवेश प्रक्रिया: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने 2025-26 सत्र के लिए 160 पाठ्यक्रम में प्रवेश शुरू किया है, जिनमें 10 नए पाठ्यक्रम भी शामिल हैं। ये कार्यक्रम उभरते उद्योग और अकादमिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं।
• बी.एससी. (ऑनर्स) क्लिनिकल साइकोलॉजी, मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स, एम.एससी. (ऑपरेशन रिसर्च एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन), एम.एस.डब्ल्यू (मेडिकल साइकियाट्रिक सोशल वर्क), मास्टर ऑफ डिजाइन (इंटीरियर डिजाइन), इंटीग्रेटेड बी.एससी.-एम.एससी. (आयुर्वेद बायोलॉजी), इंटीग्रेटेड बी. प्लान-एम. प्लान, इंटीग्रेटेड एम.एससी-पीएचडी (लाइफ साइंसेज एंड सिस्टम मेडिसिन), बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग वीकेंड), पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (साइको-सोशल रिहैबिलिटेशन)
इसके अलावा, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पारंपरिक पाठ्यक्रमों को भी चला रहा है, जिनमें बी.ए., बी.एससी., बी.कॉम., बी.एड., एम.ए., एम.एससी., बी.टेक., और एम.टेक., साथ ही 2024 से आई.टी.ई.पी (बी.ए. बी.एड., बी.एससी. बी.एड., बी.कॉम. बी.एड.), बी.पी.ई.एस आदि के तहत नए कार्यक्रम शामिल हैं। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्र विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत
शैक्षणिक सत्र 2025-26 में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने 10 नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, जो निम्नवत हैं।
I. स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर नए पाठ्यक्रम (06)
• बी.एससी. (ऑनर्स) क्लीनिकल साइकोलॉजी
• मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स
• एम.एससी. (ऑपरेशंस रिसर्च और कंप्युटर एप्लीकेशंस)
• एम.एस.डब्ल्यू (मेडिकल साइकियाट्रिक सोशल वर्क)
• मास्टर ऑफ डिज़ाइन (इंटीरियर डिज़ाइन)
II. इंटीग्रेटेड एवं शोध पाठ्यक्रमों (02)
• इंटीग्रेटेड बी. एससी. – एम. एससी. (आयुर्वेद बायोलॉजी)
• इंटीग्रेटेड बी. प्लान - एम. प्लान
• इंटीग्रेटेड एम.एससी.-पीएचडी (लाइफ साइंसेज एवं सिस्टम्स मेडिसिन)
III. कार्यरत पेशेवरों के लिए नया पाठ्यक्रमों (01)
• बी.टेक. (मैकेनिकल इंजीनियरिंग वीकेंड)
IV. डिप्लोमा पाठ्यक्रमों (01)
• पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (साइको-सोशल रिहैबिलिटेशन)
प्रवेश प्रक्रिया और सीटें
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय इस शैक्षणिक सत्र (2025-26) कुल 160 पाठ्यक्रमों में प्रवेश देगा, जिसमें 4,360 सीटें उपलब्ध हैं।
1. प्रवेश मोड:
• डायरेक्ट प्रवेश: आवेदकों द्वारा चयनित पाठ्यक्रमों की पात्रता परीक्षा में प्राप्त मेरिट के आधार पर डायरेक्ट प्रवेश दिया जाएगा, केवल एमबीए, पीएचडी, बी.एससी.(क्लीनिकल साइकोलॉजी एवं एमफिल इन क्लिनिकल साइकोलॉजी को छोड़कर।
• GBU-ET 2025 (विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा) के माध्यम से चयनित पाठ्यक्रमों में प्रवेश।
• राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय परीक्षाओं के माध्यम से प्रवेश (JEE, NATA, CLAT, GATE, CAT, MAT, UPJEE आदि)।
• डायरेक्ट प्रवेश (मेरिट आधारित) कुछ पाठ्यक्रमों के लिए।
विशेष घोषणाएँ
• छात्रावास अनिवार्यता में छूट: गौतम बुद्ध नगर के छात्रों के लिए छात्रावास अनिवार्य नहीं हैं।
• छात्रवृत्तियाँ एवं शुल्क छूट: 12वीं कक्षा में 80% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को बी.टेक. (सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) में 50% शुल्क छूट दी जाएगी।
• SC/ST छात्रों के लिए 50% शुल्क छूट।
• विश्वविद्यालय गौतम बुद्ध एजुकेशन सोसाइटी से संबद्ध स्कूलों के छात्रों के लिए शैक्षणिक शुल्क में 20% की छूट प्रदान करता है, जिसमें महामाया बालिका इंटर कॉलेज, पंचशील बालक इंटर कॉलेज, सावित्री बाई फुले बालिका इंटर कॉलेज और गौतम बुद्ध बालक इंटर कॉलेज शामिल हैं।
पीएचडी प्रवेश में प्राथमिकता:
• JRF उत्तीर्ण छात्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता।
• GBU-ET उत्तीर्ण उम्मीदवारों को द्वितीय प्राथमिकता।
• NET (पीएचडी योग्यता) उत्तीर्ण उम्मीदवारों को तृतीय प्राथमिकता।
उधोग-अकादमिक सहयोग
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों को नवीनतम उद्योग आवश्यकताओं के अनुरूप विकसित कर रहा है, जिससे छात्रों को रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त हो सकें। विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 को अपनाकर शिक्षण में नैतिक मूल्यों और समग्र विकास को बढ़ावा दे रहा है। प्रवेश पुस्तिका एवं ऑनलाइन आवेदन पोर्टल अब उपलब्ध हैं। इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट:-
फरवरी 2025 तक 60 से अधिक कंपनियों द्वारा GBU में प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित किया गया हैं, जिनमें होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड, ऐडवर्ब टेक्नोलॉजीज, TCS, सूर्या रोशनी लिमिटेड, नागारो सॉफ्टवेयर, HDFC लाइफ, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, और सोनालिका ट्रैक्टर्स शामिल हैं। उल्लेखनीय रूप से, 8 छात्रों को कूपरहीट, सऊदी अरब में अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट प्राप्त हुआ है।
• सर्वोच्च पैकेज: ₹24 लाख प्रति वर्ष, नाम-हर्ष, बी.टेक IT छात्र (Groww कंपनी)
• उद्यमिता पहल: GBU इनक्यूबेशन सेंटर में 16 स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया गया