Media Coverage

SSR

एनसीटीई की टीम ने किया जीबीयू का शैक्षिक भ्रमण*

बुधवार को केशांग वाई शेरपा (आईआरएस, मेंबर सेक्रेटरी) के नेतृत्व में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की टीम ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय का शैक्षिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रारंभ किए गए एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम की गुणवत्ता का निरीक्षण करना था। भ्रमण के दौरान टीम ने विश्वविद्यालय के विभिन्न कक्षाकक्षों, कार्यक्रम की पाठ्यचर्या एवं प्रयोगशालाओं आदि का अवलोकन किया। भ्रमण के उपरांत एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के विद्यार्थियों के साथ टीम के हैंड होल्डिंग सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि केशांग वाई शेरपा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इसके उपरांत छात्राओं ने मनमोहक सरस्वती वंदना प्रस्तुत करी। कुलपति प्रो. रवींद्र कुमार सिन्हा द्वारा मुख्य अतिथि को शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। संकाय की डीन प्रो. बंदना पांडे ने संकाय की ओर से मुख्य अतिथि एवं उनकी टीम का स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गौतम बुद्ध के सिद्धांत “अप्प दीपो भव” का पालन करते हुए हमें आत्म चेतन शिक्षकों का निर्माण करना है। पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार शानवाल ने विश्वविद्यालय में शिक्षा विभाग की स्थापना से लेकर वर्तमान तक की शानदार यात्रा का वर्णन करते हुए इसकी उपलब्धियों को प्रस्तुत किया एवं एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम की स्वीकृति के लिए मुख्य अतिथि को धन्यवाद प्रस्तुत किया। डीन एकेडमिक्स प्रो. एनपी मलकानिया ने शिक्षक के दायित्वों को रेखांकित करते हुए आने वाले अवसर एवं चुनौतियां पर प्रकाश डाला। प्रो. आर.सी. पटेल (विशेषज्ञ सदस्य आईटीपी) ने नए कार्यक्रम को युवा मस्तिष्कों को शिक्षित करने के सुनहरे अवसर के रूप में बताया जिसकी 2047 तक विकसित भारत के स्वप्न को पूरा करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मुख्य अतिथि केशांग वाई शेरपा ने विश्वविद्यालय की बहुविषयक प्रणाली की प्रशंसा करी। उन्होंने एकीकृत शिक्षा कार्यक्रम के निर्माण की यात्रा का वर्णन करते हुए इसके विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा ही किसी देश के विकास का आधार होती है। ऐसे में यह कार्यक्रम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके भावी शिक्षकों को तैयार करेगा। कुलपति प्रोफेसर रविंद्र कुमार सिन्हा ने अपने वक्तव्य में विश्वविद्यालय की ओर से एनसीटीई की टीम का स्वागत किया एवं आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में सफलता का शॉर्टकट नहीं होता। तत्पश्चात विद्यार्थियों के प्रश्नों के समाधान हेतु एक प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी विभिन्न शंकाओं का समाधान एनसीटीई की टीम द्वारा प्राप्त किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं एनसीटीई द्वारा गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को इस कार्यक्रम के संचालन हेतु चयनित करने पर आभार व्यक्त किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर विभाग की प्रवक्ता डॉ. श्रुति कंवर, डॉ. वैशाली, डॉ. नीलिमा आदि उपस्थित रहे।