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जीबीयू में एससी श्रेणी के विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा पाने का अवसर

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया तेजी से चल रही है, सीयूईटी यूजी का प्रवेश परिणाम जल्द निकल जाता है तो विवि में 1 अगस्त से कक्षाएं शुरू कर दी जाएगी। विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र समय से कक्षाएं शुरू करने के लिए जेई मेन्स व एनटीए का परिणाम भी समय से निकलना जरुरी है, ताकि प्रवेश प्रक्रिया समय से पूरा हो सके। सीयूईटी का परीक्षा परिणाम देरी से निकलने से अन्य विश्व विद्यालयों पर असर पड़ रहा है। गौतम बुद्ध विवि के कुलपति रविन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि विवि में इलेक्ट्रिकल, मकैनिकल और सिविल ब्रांच के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। इस ब्रांच के लिए विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था की गई है। यह स्कॉलरशिप बारहवीं के अंक के आधार पर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गौतम बुद्ध विवि एससी श्रेणी के विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय पहले से आधी फीस लेता है। समाज कल्याण । | इलेक्ट्रिकल, मकैनिकल और सिविल ब्रांच के विद्यार्थियों को मिलेगा स्कॉलरशिप उत्तर प्रदेश सरकार जीबीयू में स्थापित कर रहा है इंटेलिजेन्स केन्द्र एकेडमिक व उद्योग के बीच की दूरी समाप्त करने के लिए कई बड़े संस्थानों के साथ समझौता | माइक्रोसॉफ्ट व एचसीएल (एआई) प्रयोगशाला बनाने के लिए स्थान किया चिन्हित विभाग में आवेदन करने पर एससी के विद्यार्थियों को बाकी फीस छात्रवृत्ति के रुप में मिल जाता है, ऐसे में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को निःशुल्क पढ़ने का अवसर मिल जाता है। आर्थिक रुप से कमजोर विद्यार्थियों को भी समाज कल्याण विभाग मदद करता है। जीबीयू में आर्टिफिसियल इंटलिजेन्स केन्द्र उत्तर प्रदेश सरकार बना रहा है, उसको देखते हुए प्रवेश के लिए विद्यार्थियों ने रुचि दिखायी है। जीबीयू में माइक्रोसाफ्ट व एचसीएल (एआई) प्रयोगशाला बनाने के लिए स्थान चिन्हित कर लिया है। रोबोटिक में एडवर्ड के साथ जीबीयू ने समझौता किया है, जिसमें विद्यार्थी रुचि दिखा रहे हैं। इस ट्रेनिंग के दौरान विद्यार्थियों को पच्चीस हजार रुपए प्रतिमाह मिलता है। इस ब्रांच में जो प्रवेश ले रहे हैं उन्हें उद्योग का ज्ञान शिक्षा के साथ मिल रहा है। इस तरह के कोर्स से विद्यार्थियों में उद्योग और एकेडमिक की दूरी समाप्त हो रही है। जीबीयू में शिक्षकों के नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है, जिसमें स्थायी व अस्थायी शिक्षक शामिल हैं। जीबीयू में डायरेक्ट मोड में प्रवेश वाले कोर्स के लिए बच्चों का प्रवेश जारी है।