अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन विधि विभाग, राजनीति विज्ञान, अंग्रेज़ी भाषा विभाग और निःशुल्क विधिक सहायता केंद्र गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी सम्माननीय अतिथियों का स्वागत बहुत ही उत्साह और जोश के साथ एनसीसी कडेट्स, गणित की छात्रा सुहानी और अर्थशास्त्र की छात्रा आरुषि शर्मा द्वारा किया गया।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिला अधिकारों की स्थापना ही नहीं बल्कि उनके सशक्तिकरण का प्रतीक है। वैश्विक परिदृश्य में यदि देखा जाए तो महिलाएं विश्व के प्रतिष्ठित संस्थानों, क्षेत्रों एवम् प्रत्येक कार्यरूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफल रही हैं । उक्त बातें माननीय कुलपति गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी प्रोफेसर रवींद्र कुमार सिन्हा जी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा। विधि संकाय अध्यक्ष डॉ कृष्णकांत द्वारा अतिथियों का स्वागत संबोधन किया गया।डॉ रीनू जैन, एडिशनल डायरेक्टर, जे पी हॉस्पिटल कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि रहीं। महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. रीनू जैन ने स्तन और सरवाईकल कैंसर की रोकथाम, जागरूकता और एहतियाती उपायों पर एक प्रस्तुति की । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सचिव डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी तथा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ऋचा उपाध्याय ने इस वर्ष के महिला दिवस की थीम पर प्रकाश डाला और उन मामलों के व्यावहारिक उदाहरण साझा किए जिनका महिलाएं वर्तमान में अदालत में सामना कर रही हैं। उन्होंने महिला अधिकारों की सुरक्षा के लिए संविधान के तहत विभिन्न प्रावधानों पर भी प्रकाश डाला।कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान, प्रोफेसर वंदना पांडे ने बहुत ही अद्भुत तरीके से इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व को बताया तथा स्त्री दिवस के आरंभ और इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी महिलाओं को तीन शपथ लेने के लिए कहा- मातृत्व नेतृत्व और कृतित्व गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विश्वास कुमार त्रिपाठी ने कहा कि -नारी को ऊपर रखना हमारी सांस्कृतिक विरासत रही है और उन्होंने महिला और पुरुष के बीच विरोधाभास को खत्म करने के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए डॉ रमा शर्मा ,विभागाध्यक्ष ने उपस्थित समस्त अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और वहाँ उपस्थित सभी श्रोताओं को रोजमर्रा के जीवन में महिलाओं की गरिमा और अधिकारों को बनाए रखने की प्रतिज्ञा दिलवायी ।कार्यक्रम की संयोजक डॉ प्रियंका सिंह,सहायक प्राध्यापक, विधि विभाग ने कार्यक्रम के उपरांत देश के महिला हितैषी भारतीय संविधान के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से अपने कठिन समय के दौरान एक महिला होने के नाते, अटूट समर्थन के लिए पूरे गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय परिवार की सराहना की और कार्यक्रम को सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के लिए डॉ अक्षय कुमार सिंह, डॉ संतोष कुमार तिवारी, डॉ सुमित्रा हुईड्रोम, डॉ प्रकाश चंद्र दिलारे, डॉ अखिलेश कुमारी और डॉ अनिता यादव के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर विधि विभाग के छात्र -छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की जिसने दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ी।